मनोकामनाओं की पूर्ति होगी

बडवाह– नवरात्र इस बार भक्तों की हर मनोकामना पूरी करने वाली होगी। नवरात्र में दिनों तक पूजा होगी। विजयादशमी को माता की प्रतिमाओं का विसर्जन होगा। नवरात्र 21 से 29 सितंबर तक हैं। गुरुवार को नवरात्र की शुरूआत होगी।

मनोकामनाओं की पूर्ति होगी

पंडित नील कुमार व्यास पं.अखिलेश ने बताया कि मां दुर्गा का आगमन डोली मेंऔर प्रस्थान मुर्गा वाहन पर होगा। श्रद्धालु पूरी श्रद्धाभाव के साथ माता की आराधना करें तो उनकी सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होगी। नगर के मंदिरों में दुर्गा उत्सव को लेकर अभी से तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। नवदुर्गा महोत्सव को लेकरश्रद्धालुओं में खासा उत्साह है। इस बार नवरात्रि के प्रारंभ में कई सुखद योगों का भी लाभ श्रद्धालुओं को प्राप्त होगा।

ब्रह्मचर्य का पालन करें, मां का जाप करें

पं. अखिलेश गौतम पं.विवेक दुबे बताते हैं कि सूर्य व चंद्रमा से निर्मित उभयचरी और दुरूधरा महान राजयोग में दुर्गा पूजा शुभ फलदायक रहेगी। गुरुवार व हस्त नक्षत्र के संयोग से नवरात्रि अमृत और सर्वार्थ सिद्धि योग में मनेगा। भक्तिभाव सेपूजा करने पर मां जगदंबे की कृपा मिलेगी। नवरात्रि के दौरान प्याजलहसुन,नॉनवेजशराब का सेवन नहीं करें। काले कपड़े न पहनेंतंबाकू का सेवन न करें। ब्रह्मचर्य का पालन करें। मां का जाप करें ।

इन दिनो में होगी माँ की पूजा अर्चना  

तारीख मां के रूप 21 सितंबर शैल पुत्री 22 सितंबर ब्रह्मचारिणी 23 सितंबर चन्द्रघंटा 24 सितंबर कुष्मांडा 25 सितंबर स्कंदमाता 26 सितंबर कात्यायनी 27सितंबर कालरात्रि 28 सितंबर महागौरी 29 सितंबर सिद्धिदात

कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त, सुबह 6.03 बजे से 8.22बजे तक सर्वोतम

गुरुवार को कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6.03 बजे से 8.22 बजे तक सर्वोत्तम हैलेकिन समयाभाव या अन्य किसी कारण से यह संभव हो पाए तो उदय कालीन तिथि मानकर दिन भर कलश स्थापना हो सकेगी। कलश स्थापित करते समय उस पर स्वास्तिक बनाएं। फिर उस पर कलावा बांधेकलावा बांधने के बाद उसमें पवित्र जल भर दें। वहीं उसमें साबुत सुपारीइत्रफूल व पंचरत्न व अक्षत भी डालें इससे मां की कृपा भक्तों पर बरसेगी।

फोटो — जयंती माता का दर्शय

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