12 साल में कई घोसणाओ का विकास नहीं पहुँच सका मंत्रालय
12 साल में कई घोसणाओ का विकास नहीं पहुँच सका मंत्रालय
राजेंद्र सिंह जादौन
“वैसे तो मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री पर अन्य नेताओ की भाती किसी प्रकार का कोई आरोप नहीं है वो एक सहज और सरल और अपने प्रदेश की जनता की भलाई की सोच रखने वाले साफ सुथरी छबी के धनि है कई बार विपक्ष ने उन्हें घेरने की कोशिस की पर दाग नहीं लगा सका उसके बाद भी में कुछ कहुगा।“
12 साल बे मिसाल के साथ आज पूरा बीजेपी कुम्बा जश्न में डूबा हुआ है आज से ठीक 12 साल पहले शिवराज सिंह चौहान को २९ नवम्बर २००५ को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी । वही प्रदेश की तेरहवीं विधानसभा के निर्वाचन में चौहान ने भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक की भूमिका का बखूबी निर्वहन कर विजयश्री प्राप्त की। और चौहान को १० दिसम्बर २००८ को भारतीय जनता पार्टी के १४३ सदस्यीय विधायक दल ने सर्वसम्मति से नेता चुना। चौहान ने १२ दिसम्बर २००८ को भोपाल के जंबूरी मैदान में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण की उसके बाद 14 विधानसभा चुनाव में भी प्रदेश की जनता ने माननीय को अपना सरताज बनाकर बिठाया ।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल के 12 साल आज पूर्ण हो गए हैं। शिवराज ने कई योजनाएं शुरू की , इनमे से कुछ ने उन्हें जनता के बीच बेहद लोकप्रिय बनाया, तो कुछ चुनावी घोषणा में ग़ुम हो गयी चूकि बतौर मुख्यमंत्री शिवराज के 12 साल पूरे हुए हैं,लिहाज़ा उनकी कुछ योजना पर प्रकाश डाले तो शून्य बाटे सन्नाटा ही नज़र आता है
पहले क्रम में अगर विकास की बात करते हुए मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना का ज़िक्र किया जाय तो ग्रामीण छेत्र में सड़के तो बानी पर इन सड़को की क्वलिटी इतनी शानदार थी की ये सड़के साल भर भी नहीं चल पाती है और बंद गाड़ी और प्लेन से घूमने वाले मुख्य मंत्री अमेरिका से बेहतर मध्य प्रदेश की सड़को को बताते है और कहते है की अगर किसी राज्य को आगे बढ़ाना है तो बुनियादी ढांचे के बिना वो आगे नहीं बढ़ सकता इसके लिए सबसे पहले हमने सड़कें बनाना ज़रूरी है। में मानता हु शिवराज जी की वॉशिंगटन में कुछ सड़के खरब हो सकती है पर एक बार आप भी 2 पहिया वहांन से प्रदेश की सड़को का दौरा करे वह कुछ सड़के खरब हो सकती है लेकिन हमारे प्रदेश में कुछ सड़के ही वॉशिंगटन से बेहतर हैं जिनमे इंदौर भोपाल हाईवे और आपके बंगले से एयर पोर्ट तक की सड़क से आपने अंदाज़ा लगा लिया की वॉशिंगटन से बहतर प्रदेश की सड़के है। मध्य प्रदेश में करीब 1.75 लाख किमी सड़कें आपके कार्यकाल में बनाई गयी है । ये सड़कें सभी गांव को जोड़ते हुए बनाई गई है इन पर आप एक बार ज़रूर गुज़रे ।
गरीबी, बेरोजगारी, महिला उत्पीड़न में प्रदेश का विकास हुआ है आदिवासी भूखमरी का दंश झेल रहा है जिसकारण प्रदेश में कुपोषण भी बढ़ा है. बेरोजगारी इतनी है की क्राइम का रेशो लगतार आसमान छू रहा है और जेलों में जगह नहीं है। बात महिला उत्पीड़न की की जाये तो पिछले १ वर्ष का रिकर्ड देखले।
आप की कुछ योजना की बात करू तो आप खुद इनके बारे में मुझ से बहतर जानते है जैसे अन्नपूर्णा योजना , नहीं मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजना ,मुख्यमंत्री युवा इंजीनियर-कान्ट्रेक्टर योजना, निःशुल्क पैथालॉजी जाँच योजना ,मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना योजना से हटकर भी आपकी घोषणा की बात करू तो प्रदेश की जनता भी सोचने पर मजबूर होगी। की ये कैसे 12 साल बेमिसाल अधिकारियो के भरोसे सरकार नहीं चलती शासक का निर्णय ही अंतिम और सर्वमान्य होता है। ये हरीशचंद्र का युग नहीं ये कलयुग है।