दो मामलों में संज्ञान
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय सदस्य श्री राजीव कुमार टंडन ने दो मामलों में संज्ञान लेकर संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगा है।

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने भिंड जिले के शासकीय एकीकृत कन्या माध्यमिक विद्यालय, उमरी में प्रध्यानाध्यापक की अनदेखी से छात्राओं को गणवेश योजना का लाभ नहीं मिल पाने संबंधी एक मीडिया रिपोर्ट पर संज्ञान लिया है। रिपोर्ट के अुनसार शासकीय एकीकृत कन्या माध्यमिक विद्यालय, उमरी में पदस्थ प्रभारी प्राधानाध्यापक अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन जिम्मेदारी से नहीं करते हैं। जिसके कारण स्कूली छात्राओं का बीते दो वर्षों से गणवेश नहीं मिली है। यह शिकायत उमरी निवासी श्री पूरन सिंह ने बीते मंगलवार को कलेक्टर से की है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2019-20 में 40 छात्राओं को गणवेश राशि का चैक नहीं मिला है। वहीं हैंडवाॅश मद के 14400 रूपये, लाइट फिटिंग के 5 हजार रूपयों के साथ स्लेट वितरण मद के 4830 रूपये एवं शाला मरम्मत मद के 50 हजार रूपयों का कुछ अता-पता नहीं हैं। जिला प्रशासन को गहन जांच कराना चाहिये। मामले में आयोग ने कलेक्टर, भिंड से जवाब-तलब किया है।
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने नरसिंहपुर में एक पब्लिक स्कूल में चार साल की मासूम बच्ची के साथ गलत कार्य होने की घटना पर संज्ञान लिया है। घटना के अनुसार नरसिंहपुर नगर निवासी चार साल की एक मासूम बच्ची श्री नरसिंह पब्लिक स्कूल में पढ़ती है। परिजनों ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई कि वे उनकी चार साल की बच्ची को स्कूल छोड़कर आये थे। बच्ची घर लौटी और खाना खाकर सो गई। रात दस बजे वह उठी और उसने बताया कि उसके मुंह में और प्रायवेट पार्ट में दर्द हो रहा है। कारण पूछने पर उसने बताया कि स्कूल की छुट्टी होने के बाद छोटे सर ने उसका गला दबाया और मूत्र विसर्जन करने के स्थान पर मारा है। इसके बाद परिजनों ने स्कूल जाकर स्कूल के स्टाॅफ की पहचान कराई, तो बच्ची ने वाहनचालक महेन्द्र नेमा की तरफ इशारा किया। इसके बाद बच्ची के परिजनों ने एफआईआर दर्ज कराई। स्कूल संचालक ने दोषी पर कठोर कार्यवाही करने की बात कही है। मामले में आयोग ने पुलिस अधीक्षक, नरसिंहपुर से जवाब-तलब किया है।