600 कर्मी हड़ताल पर, स्टाफ के 150 कर्मियों पर आया 18 केंद्रों की बिजली व्यवस्था का जिम्मा
स्टाफ का दम फूलने लगा, जेई को करना पड़ रही ऑपरेटिंग, 600 आउटसोर्स 3 दिन से काम बंद हड़ताल पर
✍️ हमारा मेट्रो बड़वानी
मध्य प्रदेश बिजली आउटसोर्स कर्मचारी संगठन के बैनर तले नियमितिकरण सहित अन्य मांगों को लेकर जिले के लगभग 600 आउटसोर्स कर्मचारी ने 21 जनवरी से हड़ताल शुरू कर दी। इस अनिश्चितकालीन हड़ताल से बड़वानी-सेंधवा डिवीजन के 18 विद्युत वितरण केंद्रों पर काम प्रभावित होने लगा है। वहीं मात्र 150 नियमित कर्मियों पर खासा दबाव आ गया है। अधिकारी-कर्मचारी लगातार सेवाएं दे रहे है। वहीं अधिकारियों को ऑपरेटिंग जैसे वर्क निपटाने पड़ रहे है।
शहर में मंगलवार को आउटसोर्स कर्मचारियों ने नवलपुरा भील मंदिर के पीछे स्थित अधीक्षण यंत्री कार्यालय ग्रिड पर प्रदर्शन किया। अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की। हम अपना अधिकार मांगते, नहीं किसी से भीख मांगते, कर्मचारी एकता जिंदाबाद, हम सब एक है, शिवराज मामा होश में आओ होश में आओ जैसी नारेबाजी कर अपनी मांगों को बुलंद किया। हालांकि आधे घंटे से भी कम समय तक प्रदर्शन के बाद कर्मचारी रवाना हो गए। आउट सोर्स कर्मचारियों की हड़ताल से नियमित स्टाफ का दम फूलने लगा है। नियमित अधिकारी-कर्मचारियों पर काम का खासा दबाव दिखने लगा है। उन्हें ओव्हर टाइम काम करना पड़ रहा है
🔴 नहीं मिली परिसर में प्रदर्शन की अनुमति
मंगलवार दोपहर 12 बजे विभिन्न स्थानों के सैकड़ों आउटसोर्स कर्मी नवलपुरा ग्रिड कार्यालय परिसर में पहुंचे। इस दौरान कार्यालय व आवास के सामने खाली जगह पर टेंट लगाने लगे, लेकिन अधीक्षण यंत्री सूर्यवंशी ने उन्हें बुलाया और नियमों का हवाला देकर प्रदर्शन परिसर से बाहर कहीं करने को कहा। इसके बाद कुछ कर्मी थाने भी पहुंचे। हालांकि दोपहर करीब 1 बजे आउट सोर्स कर्मियों ने बैनर तले कार्यालय के गेट के सामने एकत्रित होकर जमकर नारेबाजी की। इसके बाद चार सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल अधीक्षण यंत्री से मिला।
🔴 ओव्हर टाइम काम कर व्यवस्थाएं सुचारू रख रहे हैं
अधीक्षण यंत्री एसके सूर्यवंशी ने बताया कि जिले में बड़वानी-सेंधवा डिवीजन में कंपनी के 18 विद्युत वितरण केंद्र है। वहां 750 अधिकारी-कर्मचारी सेवाएं देते है। इसमें 600 आउटसोर्स हड़ताल पर उतर गए है। ऐसे में 150 कर्मियों पर खासा दबाव आ गया है। कई जगह केंद्र पर एक कर्मी ही सेवाएं देने को मजबूर है। इसको लेकर उच्च स्तर से संवाद कर नए आउटसोर्स कर्मियों को लगाने की भी बात चल रही है। चूंकि ठेका कंपनी के माध्यम से आउटसोर्सिंग विविकं में सेवाएं देते हैं, ऐसे में कर्मचारी काम पर नहीं लौटते हैं तो ठेका कंपनी को नोटिस जारी किया जाएगा। फिलहाल सभी केंद्रों पर नियमित अधिकारी-कर्मचारी ओव्हर टाइम काम कर व्यवस्थाएं सुचारू रुप से संभाल रहे है।
🔴 मांगे पूरी होने तक हड़ताल की चेतावनी
उधर आउटसोर्स कर्मचारियों की माने तो जब तक मांगे पूरी नहीं होगी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी। हड़ताल पर बैठे आउटसोर्स कर्मचारियों ने बताया कि मध्य प्रदेश विद्युत अधिकारी कर्मचारी संघ, मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ, मध्य प्रदेश बाह्य स्त्रोत विद्युत कर्मचारी संगठन के संयुक्त समर्थन से विभिन्न विद्युत कंपनियों में कार्यरत कर्मचारियों की जायज मांगों के निराकरण के लिए 6 जनवरी से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार आंदोलन प्रस्तावित किया गया था। जिसका मध्यप्रदेश यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एम्पलाइज एवं इंजीनियर ने भी पूर्ण समर्थन दिया था। इसके पहले 5 जनवरी को प्रमुख सचिव ऊर्जा की ओर से 15 दिन के अंदर मांगों को पूरा करने के संबंध में आश्वासन दिया गया था, लेकिन हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया। ऐसे में जिले में 22 जनवरी से विविकं के आउटसोर्स कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर उतर आए है।
🔴 कंपनी कर रही निवेदन
वहीं विद्युत कंपनी में ठेका कंपनी के सुपरवाइजर रवि मकासरे बड़वानी ने बताया कि जिले में कंपनी के माध्यम से कार्यरत 600 से अधिक कर्मचारी नियमितिकरण व अन्य मांगों को लेकर काम बंद हड़ताल पर उतर गए है। उनसे संपर्क कर हड़ताल खत्म कर कार्य सुचारू रखने का निवेदन कर रहे है। अगर जल्द वो काम पर नहीं लौटते हैं तो नई भर्ती प्रक्रिया अपनाने पर विचार किया जाएगा।